दिशाएं कई प्रकार कि होती हैं| एक दिशा आदमी को सन्मार्ग पर ले जाती है |प्रायः इसके पीछे किसी महिला का हाथ होता है मसलन सोनिया गाँधी | एक दिशा खुद अपने आप में महिला होती है जिसके पदचिन्हों पर चलने वाले लाइब्ररी का चक्कर काटते नज़र आते हैं और अक्सर पास भी हो जाते हैं |कई दिशाएं ऐसी होती हैं जो शायद बहुत से लोगों को दिशा दे सकती थीं अगर भ्रूण हत्या की शिकार न होतीं| गांवों और कस्बों में एक ऐसी भी दिशा
होती है जिसकी आवाज़ लोगों को अल सुबह सुनाइ देती है और कितने ही लोटा लेकर निकल पड़ते है |दिल्ली में बैठे कुछ लोग तो बिना लोटा लिए ही ३५ लाख तक का चुना सरकारी खजाने को लगाते हैं | एक दिशा ओलंपिक की भी होती है जहाँ दो बचों की माँ भी सूरज की तरह चमक जाती है |